Adulting
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DancingCoconut
माँ: The only thing I’ve ever written was for Maa :)
30th May 2016: जिंदगी के तूफानों से बचाती चली गयी, मेरी माँ की दुआएं अपना करिश्मा दिखाती चली गयी, ए खुदा क्या माँगू तुझसे अब, मेरी माँ की खुशबू घर आँगन मेह्काती चली गयी, बेपरवाह सी चलती हूँ इस संसार के रास्तों पर, माँ की आँखे रास्ता दिखाती चली गयी, अच्छा जीवन मिले हमें एक वो माँ ही थी जो अपनी खुशियां दबाती चली गयी, चोट ना लग जाए हमारे नन्हें कदमों को, वो खुद कांटों के रास्तों को अपनाती चली गयी, तूने जो दिया है उसका शुक्रिया कैसे करती ए खुदा, बस तेरी रहमत का गीत गुनगुनाते चली गयी..!! 💌
7mo ago
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